Movie: Akash Deep
Year: 1965
Music Director: Chitragupt
Lyrics: Majrooh Sultanpuri
Singer: Mohd. Rafi
मुझे दर्द-ए-दिल का पता ना था
मुझे आप किसलिए मिल गए
मैं अकेला यूँ ही मज़े में था
मुझे आप किसलिए मिल गए
मुझे दर्द-ए-दिल का पता ना था
मुझे आप किसलिए मिल गए
१.
यूँ ही अपने अपने सफ़र में गुम
कहीं दूर मैं, कहीं दूर तुम
यूँ ही अपने अपने सफ़र में गुम
कहीं दूर मैं, कहीं दूर तुम
कहीं दूर तुम
चले जा रहे थे जुदा, जुदा
मुझे आप किसलिए मिल गए
मैं अकेला यूँ ही मज़े में था
मुझे आप किसलिए मिल गए
२.
मैं गरीब हाथ बढ़ा तो दूँ
तुम्हे पा सकूं के ना पा सकूं
मैं गरीब हाथ बढ़ा तो दूँ
तुम्हे पा सकूं के ना पा सकूं
तुम्हे पा सकूं
मेरी जान बहुत है ये फासला
मुझे आप किसलिए मिल गए
मैं अकेला यूँ ही मज़े में था
मुझे आप किसलिए मिल गए
३.
ना मैं चाँद हूँ, किसी शाम का
ना चिराग़ हूँ, किसी बाम का
ना मैं चाँद हूँ, किसी शाम का
ना
चिराग़ हूँ, किसी बाम का
किसी बाम का
मैं तो रास्ते का हूँ एक दीया
मुझे आप किसलिए मिल गए
मैं अकेला यूँ ही मजे में था
मुझे आप किसलिए मिल गए
मुझे दर्द-ए-दिल का पता ना था
मुझे आप किसलिए मिल गए
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