Movie: Mere Humdum Mere Dost
Year: 1968
Music Director: Lakshmikant-Pyarelal
Lyrics: Majrooh Sultanpuri
Singer: Mohd. Rafi
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
वही ज़िन्दगी का सवाल आ गया
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
१.
अभी तक तो होठों पे था
तबस्सुम का इक सिलसिला
बहुत शादमां थे हम उनको भुलाकर
अचानक ये क्या हो गया
के चेहरे पे रंग-ए-मलाल आ गया
के चेहरे पे रंग-ए-मलाल आ गया
के चेहरे पे रंग-ए-मलाल आ गया
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
२.
हमें तो यही था ग़ुरूर
ग़म-ए-यार है हमसे दूर
वही ग़म जिसे हमने किस किस जतन से
निकाला था इस दिल से दूर
वो चलकर क़यामत की चाल आ गया
वो चलकर क़यामत की चाल आ गया
वो चलकर क़यामत की चाल आ गया
वही ज़िन्दगी का सवाल आ गया
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
हुई शाम उनका ख़याल आ गया
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