Music Director: O. P. Nayyar
Lyrics: Majrooh Sultanpuri
Singer: Mohd. Rafi, Geeta Dutt
रफ़ी:
जाने कहाँ मेरा जिगर गया जी
अभी अभी यहीं था किधर गया जी
गीता:
किसी की अदाओं पे मर गया जी
बड़ी बड़ी अंखियों से डर गया जी
१.
रफ़ी:
कहीं मारे डर के चूहा तो नहीं हो गया
कोने कोने देखा ना जाने कहाँ खो गया
गीता:
यहाँ उसे लाये काहे को बिना काम रे
जल्दी जल्दी ढूंढो कि होने लगी शाम रे
रफ़ी:
अरे जाने कहाँ मेरा ...
२.
रफ़ी:
कोई उल्फत की नज़र ज़रा फेर दे
ले ले दो चार आने जिगर मेरा फेर दे
गीता:
ऐसे नहीं चोरी खुलेगी तकरार से
चलो चलो थाने बताये जमादार से
रफ़ी:
अरे जाने कहाँ मेरा ...
३.
रफ़ी:
सच्ची सच्ची कह दो दिखाओ नहीं चाल रे
तूने तो नहीं है चुराया मेरा माल रे
गीता:
बातें है नज़र की नज़र से समझाउंगी
पहले पड़ो पैयां तो फिर बतालाउंगी
रफ़ी:
अरे जाने कहाँ मेरा ...
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